???? निशुल्क होती एनओसी के नाम पर जबरन मानक का दिशा निर्देश बता वसूल लिए जिले से करोड़ो रूपए…
????जिला स्तर की अगर कराई जाए गोपनीय जांच तो हो सकता है करोड़ो का बड़ा खुलासा..
???? जबकी सिपाही की प्रारंभिक शिक्षा भी फतेहपुर जिले से हुई और फतेहपुर पहली पोस्टिंग में ही बिता दिया अबतक का लम्बा अर्शा..
खागा। पुलिस अधीक्षक महोदय ने अभी हाल में ही कई वर्षों से एक ही जगह पर तैनात हेड कांस्टेबलों का ताबड़तोड़ स्थानांतरण किया था जो जिले में काफी चर्चा का विषय बना। वहीं इन दिनों अग्निशमन विभाग में तैनात फतेहपुर सीएफओ का खास कहा जाने वाला सिपाही (मुंशी) पांच वर्षों से लगातार एक ही जगह पर तैनात है।
बताते चलें सीएफओ साहब की मेहरबानी से तैनात सिपाही का स्थानांतरण नही किया जा रहा है। उक्त सिपाही के लिए यह भी कहा जा रहा है कि वो एनओसी के नाम पर सभी से मोटी रकम की वसूली करता है। चाहे वह स्वास्थ्य विभाग हो या शिक्षा विभाग हो सभी से जमकर धन की वसूली करता है जिससे सिपाही की काली कमाई जिले में काफी चर्चा का विषय बनी हुई है।बताया जा रहा है कि पुलिस अधीक्षक द्वारा स्थानांतरण का चाबुक जब चला था तो उसके बाद अपनी कुर्सी के डर से सीएफओ ने कुछ सिपाहियों को एक जगह से दूसरी जगह तैनात कर मामले पर मरहम लगाने का काम किया था लेकिन कुछ दिनों से अग्निशमन विभाग में पांच वर्षों से एक ही जगह पर तैनात मुंशी के चर्चे सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में छाए हुए है की कि आखिर किसके संरक्षण में मुंशी ने 5 साल बाद भी नहीं छोड़ी अपनी कुर्सी जबकि आपको बता दे मुंशी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा भी फतेहपुर जिले से ही प्राप्त की हैं
लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबरें पुलिस अधीक्षक की छवि को काफी धूमिल कर रही हैं
लगता है कि शायद पुलिस अधीक्षक महोदय की नजर अभी अग्निशमन विभाग की ओर नहीं गयी है। जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक ने विभाग से कई वर्षों से तैनात सिपाहियों की सूची मांगी है जिस पर अभी विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नही की गई है..।

Author: jeetu pandey
अत्याचार अन्याय के विरुद्ध, भरता नित नई हूंकार हूँ। “हाँ मैं एक पत्रकार हूँ।”