चायल कौशांबी
पत्रकार अमरनाथ झा ने विधायक संजय गुप्ता की करतूत उजागर करने का प्रयास किया और विधायक द्वारा सरकारी जमीन के कब्जे और हरिजन गरीबों की जमीन को कबजियाने एवं 5 साल में लखपति से अरबपति बनने की खबर चलाई तो विधायक संजय गुप्ता ने पत्रकार द्वारा जानलेवा हमले की फर्जी रिपोर्ट लिखवा दी यदि पत्रकारों पर ऐसे ही बिना जांच के रिपोर्ट दर्ज होती रही तो लोकतंत्र का चौथा स्तंभ जर्जर होकर नष्ट हो जाएगा कौशांबी के पत्रकारों मैं इस विषय को लेकर काफी रोष है आखिर पत्रकारों के भी अपने कुछ अधिकार हैं जिनका हनन कौशांबी में गत वर्षों से काफी हो रहा है