कौशाम्बी।
विद्युत कार्य बहिष्कार एवं हड़ताल की प्रमुख भूमिका से जुड़े एवं प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग न करने वाले विद्युत विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों के बारे में जिलाधिकारी द्वारा जाॅंच करायी गयी, तत्क्रम में ऐसे विभागीय अधिकारी जिनके द्वारा विद्युत कार्य बहिष्कार/हड़ताल करके अनिवार्य सेवाओं को बाधित करने तथा इन सेवाओं की बहाली में किसी भी प्रकार का सहयोग न करके अप्रत्यक्षतः असहयोग किया गया, जिन्हें निलम्बित कर इनके विरूद्ध कड़ी अनुशासनिक कार्यवाही करने के लिए सक्षम अधिकारी को जिला अधिकारी द्वारा पत्र प्रेषित किया जा चुका है,
इन विभागीय अधिकारियों के नाम निम्नवत् हैंः-श्री विनम्र पटेल, अवर अभियन्ता, विद्युत मंझनपुर-श्री राजाराम, अवर अभियन्ता, विद्युत सिराथू श्री राजेश कुमार, अवर अभियन्ता, विद्युत सिराथू-श्री कपिल तिवारी, अवर अभियन्ता, विद्युत चायल के साथ-साथ विद्युत कार्य बहिष्कार करके अनिवार्य सेवा को बाधित करने वाले लाइनमैन एवं आॅपरेटर्स जिनकी तहसीलवार संख्या कुल-41 बतायी गयी है, के विरूद्ध उ0प्र0 अनिवार्य सेवा रख-रखाव अधिनियम-1966 तथा भारतीय दण्ड विधान की सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराने सहित निविदा कर्मियों को सेवा से विलग करने एवं भविष्य में उन्हें किसी भी कार्यदायी संस्था के माध्यम से कार्य पर पुनः नियोजित नही किये जाने की कार्यवाही सम्पादित करने के लिए अधीक्षण अभियन्ता, विद्युत जनपद कौशाम्बी को निर्देशित किया गया है।
लखनऊ
बिजली विभाग में 650 संविदा कर्मियों की सेवा समाप्त
650 आउटसोर्सिंग और संविदा कर्मियों की सेवा समाप्त
कर्मचारी उपस्थित न करा पाने पर 7 एजेंसियों पर केस
काम न करने वालों पर तत्काल FIR कराने के निर्देश हैं
जिन एजेंसियों पर FIR हुई उन्हें प्रतिबंधित भी किया गया
भविष्य में निगम में काम नहीं कर सकेंगी ये एजेंसियां.