*कौशाम्बी*- योगी सरकार में भी दबंगों का आतंक परवान चढ़ा हुआ है। ताजा घटनाक्रम तहसील सिराथू के ग्रांम-सभा- मोंगरी कड़ा के मजरा केशवापुर का है। आपको बताते चलें कि राजेन्द्र मिश्रा के घर से बद्री प्रसाद तिवारी के ट्यूबबेल तक 15 फिट का चकमार्ग बहुत पहले से नजरी नक्शा में दर्ज है। परन्तु केशवापुर में कुछ दबंगों का इतना बडा आतंक है कि 15 फिट चकमार्ग को तोड़कर उन्होंने अपने खेत में मिला लिया है। पूर्ववत पंचवर्षीय योजना में गांव के कुछ सम्मानित लोगों ने इसकी शिकायत उस समय रहे ग्राम-प्रधान अशर्फीलाल सोनकर से किया था। अशर्फीलाल सोनकर ने चकमार्ग के नवीनीकरण का प्रस्ताव भी शासन को भेज दिया था। परंतु जब चकमार्ग को बनाने की बात आयी तो दबंगों के भय से भयभीत होकर तत्कालीन ग्राम-प्रधान ने चकमार्ग का निर्माण करवाने लिए यह कह कर अपनी असमर्थता बताई कि मैं किसी से दुश्मनी करके कोई विकास कार्य नही कर पाऊंगा। दबंगों के आतंक का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पूर्व ग्राम-प्रधान जो कि बीजेपी के पूर्व जिला उपाध्यक्ष रह चुके है।और प्रदेश में योगी सरकार भी है। वह तक उन दबंगों से भयभीत हो चुके हैं। गरीब किसान दबंगो के भय से भयभीत है परंतु योगी सरकार से उन्हे आशा है कि चकमार्ग का निर्माण हो। चकमार्ग ना होने से किसानों को अपनी खेती करने में बहुत असुविधाओं का सामना करना पड़ता है क्योंकि चकमार्ग ना हो पाने से किसानों के खेतों तक ट्रैक्टर तथा अन्य मशीनरी उपकरण नही पहुंच पाता है। जिस कारण से किसानों द्वारा किसी भी फसल के ना बो पाने के कारण से गरीब किसानों को भूखमरी का शिकार होना पड़ता है।
इसकी शिकायत पूर्व में मुख्यमंत्री पोर्टल में की जा चुकी है।
परन्तु आज तक शासन प्रशासन या वर्तमान ग्राम-प्रधान ने इस दिशा में कोई ठोस काम नही किया है। क्या योगी सरकार में गरीब किसानों की समस्याओं का समाधान हो पायेगा। या यह सब हवा हवाई ही साबित होगा।
