( Er. Manjul Tiwari). प्रधानमंत्री मोदी ने ही चाय बेचने से लेकर देश के प्रधानमंत्री पद तक का सफर नहीं तय किया। भाजपा में एक और नेता हैं, जिन्होंने चाय बेचकर राजनीतिक सफर की शुरूआत की, फिर अखबार बांटा और आज वो यू0पी0 के उपमुख्यमंत्री हैं। हम बात कर रहे हैं कौशाम्बी जनपद के सिराथू कस्बे में जन्मे केशव प्रसाद मौर्य की। केशव प्रसाद मौर्य के राजनीतिक जीवन की शुरुआत इलाहाबाद पश्चिमी विधानसभा सीट से हुई, जब वह 2002 में स्थानीय माफिया अतीक़ अहमद के खिलाफ भाजपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़े, यद्यपि सात हजार मत पाकर चौथे स्थान पर रहे। उसके बाद वर्ष 2007 का उत्तर प्रदेश विधानसभा उसी सीट से लड़ा लेकिन सफलता नहीं मिली। फिर 2012 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपने गृह क्षेत्र सिराथू से पहली बार विधायक चुने गए। 2014 लोकसभा चुनावों में नरेन्द्र मोदी लहर में वो पहली बार फूलपुर से सांसद बने और फिर उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya के प्रदेश अध्यक्ष…2017 में यूपी विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जीत में अह भूमिका निभाई। सीएम योगी आदित्यनाथ कैबिनेट में डिप्टी सीएम बने और आज भी सूबे के पिछड़ा वोट बैंक को भाजपा के जोड़े रखने में अहम भूमिका निभा रहे हैं केशव प्रसाद मौर्य।
